उज्जैन में लगता है सिहंस्थ
उज्जैन में लगने वाले कुंभ मेले को सिंहस्थ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दौरान गुरु सिंह राशि में होता है। सिंहस्थ को दुनिया का सबसे बड़ा मेला भी कहा जाता है। यह मेला एक महीने (इस बार 22 अप्रैल से 21 मई तक) तक चलता है। सिंहस्थ पर्व के दौरान विभिन्न तिथियों पर स्नान करने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि सिंहस्थ के दौरान पवित्र नदी में स्नान करने से पापों का नाश हो जाता है। उज्जैन में चैत्र मास की पूर्णिमा से सिंहस्थ का प्रारंभ होता है, और पूरे मास में वैशाख पूर्णिमा के अंतिम स्नान तक भिन्न-भिन्न तिथियों में सम्पन्न होती है। उज्जैन में सिंहस्थ के लिए सिंह राशि पर बृहस्पति, मेष में सूर्य, तुला राशि का चंद्र आदि ग्रह-योग जरूरी माने जाते हैं।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. आनन्द शंकर व्यास द्वारा दी जानकारी के अनुसार, सिंहस्थ-2016 के स्नान इस प्रकार होंगे-
1. 22 अप्रैल, शुक्रवार (पर्व का आरंभ स्नान)
2. 3 मई, मंगलवार (वरूथिनी एकादशी)
3. 6 मई, शुक्रवार (वैशाख अमावस्या)
4. 9 मई, सोमवार (अक्षय तृतीया)
5. 11 मई, बुधवार (शंकराचार्य जयंती)
6. 15 मई, रविवार (वृषभ संक्रान्ति)
7. 17 मई, मंगलवार (मोहिनी एकादशी)
8. 19 मई, गुरुवार (प्रदोष व्रत)
9. 20 मई, शुक्रवार (नृसिंह जयंती)
10. 21 मई, शनिवार (प्रमुख शाही स्नान)
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